
खूनी हवेली की गूंज एक ऐसी कहानी है जो एक प्राचीन हवेली से एक युवक की रहस्यमयी गायब होने की घटना पर आधारित है। यह हवेली अपने अंधेरों और खौफनाक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ से जो भी गया, वह वापस नहीं आया।
कहानी का सारांश
छह महीने पहले, अमीत नाम के युवक ने अपनी जिज्ञासा के चलते उस खतरनाक हवेली में प्रवेश किया। वहाँ से उसकी दूरी की कोई खबर नहीं मिली, बल्कि जांच में हवेली की दीवारों पर अजीब निशान मिले। अमीत के व्यवहार में अचानक बदलाव आया और उसकी एक वीडियो में दिखाई गई छायाएँ रहस्यमयी हैं।
हवेली के रहस्य
- हवेली के आस-पास के पेड़ मुड़ जाते हैं, जैसे कोई अदृश्य शक्ति का प्रभाव हो।
- एक प्राचीन पंथ का काला जादू हवेली में छुपा है।
- हवेली के नीचे एक रहस्यमयी किताब दफन है, जिसमें काले संस्कार और नियम लिखे हुए हैं।
प्रशासन की कार्रवाई और रहस्यमय घटनाएँ
प्रशासन ने बलात्कारी दल भेजा पर उन्हें भयावह अंधेरा और गुप्त सन्नाटे के कारण वापसी करनी पड़ी। जवानों की तबियत खराब हो गई और उनके सपनों में हवेली की छायाएँ दिखाई दीं।
गाँव में छुपा हुआ सुराग
- एक युवक को हवेली के पास एक अर्द्ध-जलती मोमबत्ती मिली।
- उस मोमबत्ती के आसपास दानवों के निशान थे।
- मोमबत्ती की खुशबू एक पुरानी आत्मा से जुड़ी लगी।
हवेली के दरवाजा गूंज उठता है, और रहस्यमयी साया अभी भी कहीं छुपा है। यह कहानी हमें सवाल छोड़ जाती है कि क्या अमीत वापस आएगा या वह हवेली के रहस्य का हिस्सा बन चुका है।
सारांश: गांव की प्राचीन, भूतिया हवेली से एक युवक की रहस्यपूर्ण गायब होने की कहानी में काला जादू, प्राचीन पंथ और अनसुलझे राज छुपे हैं। प्रशासन की जांच और गावं के लोगों के अनुभव हवेली की दहशत को बढ़ाते हैं। यह कहानी भय और रहस्य का मिश्रण है, जो पाठकों को अंत तक बांधे रखती है।