
खूनी हवेली की गूंज एक ऐसा रहस्यमय किस्सा है जो जंगल के बीच बसे एक प्राचीन हवेली से जुड़ा है। इस कहानी का केंद्र बिंदु है एक मासूम लड़की, अंजली, जो अचानक गायब हो गई। उसकी घटना के बाद से हवेली में कई अजीबोगरीब और डरावनी घटनाएं घटित होती रही हैं।
कहानी की पृष्ठभूमि
गांव वाले बताते हैं कि उस हवेली में कुछ असाधारण और भयानक हुआ है, जिसे समझना कठिन है। अंजली की अनुपस्थिति के बाद हवेली की दीवारें जैसे कुछ छुपाए हुए रहस्यों को फुसफुसाती रहीं। के कुछ गुमशुदा निशान, लाल छपाकें और अप्राकृतिक ठंडक को लेकर गांव में काला जादू और रहस्यमयी शक्ति की आशंका जताई जाती है।
हवेली के अंदर की घटनाएं
रात में उस हवेली से आवाजें, डरावनी हंसी और रहस्यमय रोशनी निकलती हैं। वहां से एक लाल रंग की पुरानी पोशाक भी मिली, जो माना जाता है कि अंजली की हो सकती है। कई बार फुसफुसाते स्वर और परछाइयों की उपस्थिति ने लोगों के दिलों में डर भर दिया है।
गुम谜 और सवाल
पुलिस द्वारा की गई जांच के बावजूद, कोई ठोस सुराग नहीं मिला। यह सवाल बना रहता है कि अंजली सच में काला जादू का शिकार थी या यह कोई मानव निर्मित साजिश थी। हवेली में मची सन्नाटा और कई अनसुलझे संकेत इस रहस्य को और भी गहरा कर देते हैं।
रहस्यमयी अंत
घटना के बाद से वह हवेली सुनसान हो गई, परन्तु रात के तीन बजे के आसपास वहां से डरावनी आवाजें अब भी सुनाई देती हैं। इस कहानी का अंत एक ऐसे संदिग्ध सन्नाटे के साथ होता है, जो आज भी वहां के वातावरण में गूंजता है।
सारांश
यह कहानी जंगल के बीच दफन उस लड़की, अंजली, की दर्दनाक और रहस्यमय कहानी है, जहां काला जादू, अनसुलझे राज़ और डरावने अनुभव मिलते हैं। यह कहानी इंसान के डर और अंधविश्वास के बीच एक सच्चाई की खोज है, जो शायद सदा के लिए अनसुलझी रह जाएगी।