
गाँव में दफन रहस्य की यह कहानी एक छोटी सी घटना से शुरू होकर गहरे अंधकार में बदल जाती है। उस रात जब एक युवक गायब हुआ, तब एक पुरानी हवेली ने अपने भूतिया चेहरे को खोला, जिससे गाँव में भय और संशय की लहर दौड़ गई।
घटना का विवरण
उस शाम, जैसे ही अंधेरा छाया, हवेली की खिड़कियाँ चरमरा उठीं और एक अनजान साया धीरे-धीरे गाँव के बीच में घुलने लगा। उस युवक की आखिरी नजर हवेली के दरवाज़े पर थी जो चरमरा रहा था, फिर वह अचानक गायब हो गया। गाँव वाले काले जादू की अफवाहों में डूब गए, लेकिन सच का पता लगाना कठिन साबित हुआ।
रहस्य और भय
समय के साथ, गाँव में कई अजीब घटनाएँ होने लगीं। लोग घरों में छुपने लगे, मगर हवेली की चमकती आँखें उनके सपनों में आती रहीं। जादुई किताबों के पन्ने जो रहस्यों से भरे थे, वे पन्ने अचानक बदल जाते। जांच में कोई ठोस सुराग नहीं मिला, फिर भी भय और सन्नाटा कायम रहा।
अनसुलझे सवाल
- क्या वह युवक सच में गायब हुआ या उसकी परछाई हवेली की दीवारों में फंसी हुई है?
- क्या वास्तव में काला जादू हुआ था या यह केवल एक मिथक था?
- क्या गाँव की पुरानी परंपरायें किसी अनदेखे खतरे को बुला रही थीं?
ये सवाल आज भी अनसुलझे हैं, और सच को कोई नहीं समझ पाया। जब भी चाँद की रौशनी उस हवेली पर पड़ती है, ऐसा लगता है जैसे कोई छाया भीतर से बाहर देखने की कोशिश कर रही हो।
सारांश: इस कहानी में एक छोटे गाँव में गायब हुए युवक और एक पुरानी हवेली से जुड़े काले जादू के रहस्यों को बयां किया गया है, जो भय, संशय और रहस्य के बीच की एक अनसुलझी गुत्थी है। यह घटना गाँव वालों की जिंदगी में एक साया बनकर छा गई है, जो सदियों तक याद रखी जाएगी।