गांधीनगर में गृह विभाग ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों को लेकर उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों को तलब किया है। यह कार्रवाई सीआईडी क्राइम की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में शिकायतों के निस्तारण में हो रही देरी और भ्रष्टाचार की जांच के लिए राज्य मॉनिटरिंग सेल के अचानक निरीक्षण के बाद की गई है।
राज्य मॉनिटरिंग सेल के इस निरीक्षण ने गांधीनगर पुलिस मुख्यालय में हलचल मचा दी है। आरोपों में बताया गया है कि आर्थिक अपराध शाखा में शिकायतों को समय पर निपटाने में देरी की जा रही है और भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों की मिलीभगत से मामले लटकाए जा रहे हैं।
गृह विभाग का यह मानना है कि शिकायतों की जांच और कार्रवाई में देरी से अपराधी बरी हो सकते हैं और परिणामस्वरूप जनमानस का पुलिस और जांच एजेंसियों पर विश्वास कम हो सकता है। इसलिए, विभाग ने मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात कही है।
इस पूरे मामले में शीर्ष पुलिस अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके और भ्रष्टाचार के खतरे को खत्म किया जा सके।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- आर्थिक अपराध शाखा में शिकायतों के निस्तारण में हो रही देरी।
- भ्रष्टाचार के आरोप और अधिकारी मिलीभगत की आशंका।
- राज्य मॉनिटरिंग सेल द्वारा अचानक निरीक्षण।
- गृह विभाग द्वारा गहन जांच और कठोर कार्रवाई के आदेश।
- शीर्ष पुलिस अधिकारियों को तलब कर स्पष्टीकरण मांगा गया।
