
सड़क पर टूटती हुई ठंडी हवा और घने बादलों के बीच एक छोटे से गांव की ओर बढ़ते कदमों के साथ एक रहस्यमयी कहानी सामने आती है। यह गांव अपनी पुरानी हवेली और सात साल पहले हुई एक युवक की रहस्यमयी गायब होने की घटना के लिए प्रसिद्ध है। उस युवक को आखिरी बार हवेली के पास देखा गया था, जो अपने जर्जर दीवारों और काले साये की मौजूदगी के लिए डरावनी मानी जाती है।
गांव वाले मानते हैं कि वह युवक किसी काले जादू की रस्म में फंसा था, और उस रस्म का अंत आज भी किसी को समझ नहीं आया है। हवेली की खिड़कियों से दिखने वाली चमकदार परछाइयां और एक अशुभ प्रतीत होने वाली जलती पत्तियों वाली काली किताब कहानी को और भी जटिल बनाती हैं। इस पुस्तक के पन्नों में छिपे संकेतों ने लेखक की आत्मा को हिला कर रख दिया।
पूरी घटना में सबसे विचित्र बात यह है कि जो भी उस हवेली के भीतर गया, वह वापस आकर पूरी सच्चाई नहीं बता पाया। इस चुप्पी ने इस सवाल को और गहरा कर दिया है कि क्या वह युवक सचमुच गायब हो गया या अभी भी हवेली की दीवारों के भीतर कहीं मौजूद है।
मुख्य बिंदु
- रहस्यमयी गायब होना: सात साल पहले एक युवक की हवेली के आसपास रहस्यमयी गायब होने की घटना।
- काला जादू: घटना के पीछे काले जादू की रस्म होने की आशंका।
- हवेली और काली किताब: पुरानी हवेली जहां अजीब साये दिखते हैं और जलती पत्तियों वाली एक काली किताब मिलती है।
- अधूरी कहानी: जो भी वहां गया, वह पूरी सच्चाई नहीं बता पाया।
सारांश: यह कहानी एक छोटे से गांव में एक युवक की विचित्र गायब होने की घटना के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें काले जादू का प्रभाव और प्रेतात्माओं की मौजूदगी के संकेत देखे जाते हैं। गांव की पुरानी हवेली और वहां के अजीब साए इस रहस्य को गहरा करते हैं। इस घटना का सच्चा रहस्य आज भी दफन है और वहीं किसी बंजर मिट्टी के नीचे या हवेली की दीवारों के पीछे छिपा हुआ प्रतीत होता है।