
छत्तीसगढ़ के एक छोटे गांव में एक रहस्यमयी घटना ने गांव वालों के जीवन को पूरी तरह से प्रभावित किया है। एक युवक राहुल की अचानक गायब होने की कहानी, जिसमें काला जादू और प्राचीन पंथ के संकेत जुड़े हुए हैं, गांव में अजीबोगरीब घटनाओं का कारण बनी।
कहानी की शुरुआत
राहुल, जो कि एक किसान था, अंतिम बार अपने खेत में लाल मिर्च की फसल की कटाई कर रहा था। उसके गायब होने के बाद से गांव में सूखी हवा और अजीब जादुई घटनाएँ होने लगीं। उसकी हवेली पर रात में लाल रोशनी और छायाएँ नजर आने लगीं, जो एक डरावनी स्थिति का संकेत देती थीं।
रहस्यमयी हवेली के निशान
गांव के युवकों ने राहुल की हवेली की तहखाने में प्राचीन पंथ की किताबों में बताए गए काले जादू के निशान पाए। दीवारों पर खून के निशान और मंत्रों के अवशेष इस घटना को और भी भयावह बनाते हैं।
पुराने मंदिर में देखे गए धुंधले पात्र
एक बुजुर्ग ने बताया कि राहुल गायब होने से पहले मध्यरात्रि में पुराने मंदिर के पास अजीब वेशभूषा वाले लोग मंत्र उच्चारित करते दिखे थे। ये लोग प्राचीन पंथ के सदस्य हो सकते हैं, जो खोए हुए रहस्यों को पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
संशय और रहस्य
राहुल की आखिरी दुश्मनी किसी पुराने दोस्त से थी, जो गांव के रहस्यों से जुड़ा था, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया। हवेली आज भी गांव में एक काला साया बनी हुई है, जहां कोई जाने की हिम्मत नहीं करता। रात के समय वहां से आत्माओं की चीखें सुनाई देती हैं।
अंतिम प्रश्न
क्या राहुल सच में काला जादू की गिरफ्त में आ गया है, या कोई और बड़ा रहस्य है जिसे गांव छुपा रहा है? उसकी कहानी हवेली के तहखाने की गहराईयों में दफन रह जाएगी या वह कभी वापस लौटेगा?
सारांश
छत्तीसगढ़ के एक छोटे गांव में एक युवा किसान की रहस्यमयी गायब होना, काला जादू और प्राचीन पंथ से जुड़े रहस्यों की गहराईयों में जाता है। गांव की हवेली, लाल रोशनी, खून के निशान और पुराने मंदिर के धुंधले पात्र इस कहानी को और भी भयानक बनाते हैं। यह कहानी एक अनसुलझे रहस्य की तरह गांव पर मंडरा रही है, जिसका अंत अभी तक पता नहीं चला है।