
Summary: एक रहस्यमयी गांव की कहानी जहाँ एक युवक की अचानक गायब होने के बाद काला जादू और प्राचीन पंथ की छाया गहराती है।
गांव में छुपा रहस्य
धुंध से घिरे इस सूने गाँव की पत्थर की संकरी गलियों में एक ऐसी कहानी छुपी है, जिसे सुनना भी कोई चाहता नहीं। यह कहानी एक युवक राज की अचानक गायब होने की है, जो रहस्यमयी disappearance के कई अनसुलझे सवालों को जन्म देती है।
राज और उसकी डायरी
राज की गायबी के बाद गाँव में अजीब घटनाएँ सामने आईं। हवेली के दरवाज़े पर आवाज़ें, ठंडी हवा का आना, और फिर राज की डायरी में छुपे काले जादू के चिन्ह। यह डायरी उस पंथ की पहचान थी, जो तभी से गाँव में एक काली छाया के रूप में बरकरार है।
हवेली और रहस्यमयी घटनाएँ
- हवेली के दरवाजे चरमराते थे और अंदर से आवाजें आती थीं।
- रात में आकृतियां दिखाई देती थीं, जो किसी अगोचर शक्ति का संकेत थीं।
- चंदन की लकड़ी का संदूक मिला, जिसमें अधूरी जादू-प्रणाली की पुस्तकें थीं।
- हवेली की खिड़की से एक धुंधली परछाई जंगल की ओर बढ़ती दिखी।
राजी रहस्य और गांव की परिस्थिति
गांव में राज के गायब होने के बाद से असंतुलन का माहौल है। कुछ लोगों का मानना है कि राज किसी प्राचीन और खतरनाक पंथ की ताकतों के चंगुल में फंसा है, जबकि कुछ लोग उसे उस रहस्य का दास मानते हैं।
क्या उत्तर मिलेगा?
यह कहानी केवल एक युवक की गायब होने की नहीं, बल्कि शक, रहस्य और काला जादू के बीच झूलती एक अनसुलझी पहेली है। क्या राज कभी लौटेगा? या उसकी कहानी हवेली की उन पुरानी दीवारों में ही दफन रह जाएगी? जवाब अभी उस हवेली की चरमराती खिड़की की तरह अधूरा है, जो हर रोज़ रहस्यमय रूप से खुलती और बंद होती है।