
Summary: एक छोटे से गांव में अर्जुन की अचानक गायब होने के बाद वहां काला जादू, रहस्य और भय का वातावरण बन जाता है, जिससे गांव के लोग आज भी घिरे हुए हैं।
गांव का रहस्यमय अंधेरा
अंधेरा घना हो चुका था और ठंडी हवा धीरे-धीरे पेड़ों के पत्तों को सरसराते हुए सुनसान गलियों में गूंज रही थी। हर उस आवाज़ में एक अनजाना भय छिपा था, जो आज भी गांव के लोगों की आत्माओं को थरथराता रहता है। यह कहानी है एक छोटे से गांव की, जहां आज भी एक रहस्य दफन है, जिसे आज तक कोई हल नहीं कर पाया।
अर्जुन का रहस्यमय गायब होना
गांव, जो अपनी सादगी और शांति के लिए जाना जाता था, अचानक एक काले साये की गिरफ्त में आ गया। यह साया था अर्जुन का, जो कभी गांव का सबसे भरोसेमंद युवक माना जाता था। वह एक रात घर से बाहर निकला पर कभी वापस नहीं लौटा।
अजीब घटनाओं का सिलसिला
अर्जुन के गायब होने के बाद गांव में अजीब घटनाएं शुरू हो गईं:
- जानवर डर के मारे छिपने लगे
- बच्चे रोते हुए माताओं के पीछे भागे
- बूढ़े लोग मंदिर की दीवारों पर चुपचाप प्रार्थना करने लगे
- चहरे झुर्रियों में उलझे और आंखों में छिपा हुआ दर्द
कोई भी खुलकर इस घटना पर चर्चा नहीं करता था, जैसे डर ने हर भाषा को जकड़ लिया हो।
काला जादू और “काल कूट” पुस्तक
गांव के सबसे बुजुर्ग हुरुन ने माना कि ये सब काला जादू का परिणाम हो सकता है। उन्होंने बताया कि अर्जुन ने उस रात मंदिर के तहखाने में छुपी “काल कूट” नामक पुस्तक पढ़ी थी। इसमें ऐसी शक्ति थी जो इंसान की आत्मा को जकड़ सकती थी, और शायद अर्जुन ने इसे छेड़ कर अपना नाश कर लिया।
रहस्यमय संकेत और घटनाएं
- दरवाज़े अपने आप बंद हो जाना
- खिड़कियों पर गहरे निशान उभरना
- हवा में अपठित मंत्रों की गूंज
- अर्जुन के कमरे में पुरानी चीखों की आवाज़
पुलिस जांच के बाद भी कोई ठोस सबूत नहीं मिला, जैसे अर्जुन हवा में विलीन हो गया हो।
गांव वालों की प्रतिक्रियाएं
अफवाहें फैलने लगीं कि अर्जुन की हीरोइन और शराब की लत ने उसकी स्थिति बिगाड़ दी थी, पर कोई इसे स्वीकार नहीं करता था। असली डर तब उठ खड़ा हुआ जब अर्जुन की मां ने माना, “वह जो लौट कर नहीं आया, वह अब यहां नहीं है। वह किसी और दुनिया में फंसा हुआ है।”
अर्जुन की आत्मा और गांव का सदमा
तब से लोगों ने एक छाया देखी जो हर रात उनके घरों के बाहर खड़ी होती है। वे मानते हैं कि यह अर्जुन की आत्मा है, जो काले जादू की गिरफ्त में पीड़ित है और आजादी की आस लगाए बैठी है।
अभी तक अनसुलझा रहस्य
आज भी उस रात के बारे में कोई चर्चा करने की हिम्मत नहीं करता, और गांव के बाहर सड़कों पर अक्सर एक बुतलाता साया दिखाई देता है जो धीरे-धीरे खो जाता है। जांच जारी है और सवाल बने हुए हैं:
- क्या अर्जुन बच सकता था?
- क्या काला जादू के पीछे कोई गहरी साज़िश थी?
- या यह एक ऐसी कहानी है जिसका कोई अंत नहीं?
दरवाज़ा धीरे-धीरे चरमराया और सन्नाटा छा गया। क्या यह आवाज़ सच से जोड़ती है या बस एक मिथक है?
गांव में अभी भी गहरे राज दफन हैं, और हर शाम हवा में प्रश्नों की गूंज सुनाई देती है।
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