बॉम्बे उच्च न्यायालय ने संगठित अपराध के मुद्दे पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। न्यायालय ने स्पष्ट किया है कि संगठित अपराध न केवल सीमाओं को पहचानता है, बल्कि इस प्रकार के अपराध आतंकवाद को बढ़ावा देने के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा को भी गंभीर रूप से प्रभावित करते हैं।
संगठित अपराध के पहलू
- राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर अपराधी गतिविधियां करते हैं।
- मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त, और मानव तस्करी जैसे अपराध शामिल हैं।
- समाज में भय, अस्थिरता और आर्थिक कमजोरी पैदा करते हैं।
- देश की आर्थिक प्रणाली की गति को धीमा करते हैं।
न्यायालय का आह्वान
बॉम्बे उच्च न्यायालय ने सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों से इस खतरे का सामना करने के लिए सतर्कता बरतने और सहयोग करने का आग्रह किया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिना नियंत्रण के संगठित अपराध से सामाजिक और आर्थिक नुकसान और बढ़ता ही रहेगा।
यह निर्णय संगठित अपराध को रोकने और प्रभावी उपाय करने के लिए एक मजबूत संकेत है।
